बुधवार, 1 जून 2011

अब ’टूटेगी‘ अंग्रेजों के जमाने की जेल


पुन: बनेंगे जिला कारागार के आवास एक करोड़ का खर्च आने का अनुमान नैनीताल : जिला कारागार का अवलोकन करते प्रदेश के कारागार मंत्री राजेंद्र भंडारी।
नैनीताल (एसएनबी)। अंग्रेजों के जमाने की एक शताब्दी से भी अधिक पुरानी नैनीताल जेल व खासकर उसकी आवासीय बैरकों की दशा एक करोड़ रुपये से सुधरने की उम्मीद की जा सकती है। प्रदेश के कारागार मंत्री राजेंद्र भंडारी ने इसके लिए कारागार अधीक्षक से प्रस्ताव तैयार कर भेजने को कहा है। बुधवार को काबीना मंत्री राजेंद्र भंडारी ने जिला कारागार का निरीक्षण करने के बाद पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी। जेल में सफाई के अभाव व बंदियों को मेन्यू के अनुसार सब्जी न मिलने व बंदियों को स्वास्थ्य सुविधाएं न मिलने जैसी समस्याएं उनकी नजर में आई। जेलकर्मियों के आवासों की जर्जर हालत देखकर वह दंग रह गये, जिस पर उन्होंने इन्हें ध्वस्त कर नव निर्माण का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश जेल अधीक्षक संजीव शुक्ला को दिये। उन्होंने बताया कि हल्द्वानी उप कारागार के जेलर के खिलाफ डीजी-जेल भाष्करानंद जोशी जांच करेंगे। दोशी पाए जाने पर जेलर को निलंबित किया जाएगा। उन्होंने सदचरित्र कैदियों को उनकी मनमाफिक जेलों में ट्रांसफर करने व 14 वर्ष से अधिक सजा भुगत चुके कैदियों को रिहा किये जाने के प्रस्ताव अधिकारियों से मांगने की जानकारी भी दी। इस मौके पर विधायक केएस बोहरा, पशु कल्याण बोर्ड उपाध्यक्ष शांति मेहरा, हरियाणा के भाजपा संगठन मंत्री सुरेश भट्ट, सांसद प्रतिनिधि मनोज जोशी सहित अनेक पार्टी नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे।
सार्वजनिक करना पड़ेगा जेल मेन्युअल
नैनीताल। कारागार मंत्री ने कहा कि जेल में बंदियों व कैदियों को हर तरह की सुविधा देना सरकार का दायित्व है। जेल न्यायालय से सजायाफ्ता कैदियों व विचाराधीन बंदियों को रखने का स्थान है, न कि सजा देने का। माना कि उन्हें जेल मेन्युअल के अनुसार सुविधाएं नहीं मिल रही है। इसलिये वह जेलों में जेल मेन्युअल को सार्वजनिक तौर पर चस्पा करने के आदेश जारी कर रहे हैं।

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