बुधवार, 6 अप्रैल 2011

कड़ी परीक्षा लेगा कैलाश मानसरोवर का सफर



यात्रा मार्ग की लम्बाई 36 किलोमीटर बढ़ी एक अतिरिक्त यात्रा पड़ाव और यात्रावधि में दो दिन का इजाफा, कुमंविनि भी बढ़ा चुका है किराया
नवीन जोशी, नैनीताल।लगता है कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की भोले बाबा इस बार कड़ी परीक्षा ले रहे हैं। यात्रा में पैदल दूरी के 36 किमी बढ़ जाने और एक अतिरिक्त यात्रा पड़ाव और यात्रा अवधि दो दिन बढ़ने के बाद गत दिनों यात्रा के भारतीय क्षेत्र में आयोजक संस्था कुमाऊं मंडल विकास निगत द्वारा प्रति व्यक्ति यात्रा किराया 24,500 से बढ़ाकर 27 हजार रुपये कर दिया गया है। अब चीन सरकार ने किराया बढ़ाकर यात्रियों के लिए और संकट पैदा कर दिया है। 
उल्लेखनीय है कि मांगती से गाला के बीच के मार्ग पर निर्माण के कारण केएमवीएन को इस बार यात्रा मार्ग बदलना पड़ा है। इस कारण यात्रा अपने प्राचीन मार्ग पर लौटी है, लेकिन साथ ही नया यात्रा पड़ाव सिरखा बनने से पैदल यात्रा 36 किमी लंबी हो गई है। यात्रा की अवधि भी दो दिन बढ़ गई है। चीन व भारत के यात्रा किराया बढ़ाने से व्यय भार बढ़ गया है। बीते वर्ष में डालर की भारतीय मुद्रा के मुकाबले कीमत बढ़ने का असर भी यात्रा के खच्रे पर पड़ना तय है। बीते एक वर्ष में डालर की कीमत सात से आठ रुपये तक बढ़ी है, इस प्रकार किराये में निगम द्वारा की गई ढाई हजार रुपये की वृद्धि तथा चीन सरकार द्वारा की गई 50 डालर की वृद्धि से भारतीय यात्रियों की जेब पर करीब 10 हजार रुपये का अतिरिक्त भार पड़ने जा रहा है। 

चीन ने बढ़ाया कैलाश मानसरोवर यात्रा का किराया
नैनीताल (एसएनबी)। कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों को इस बार अधिक रकम चुकानी होगी। कुमाऊं मंडल विकास निगम के बाद चीन सरकार ने भी यात्रा का किराया प्रति यात्री 50 डालर बढ़ा दिया है। इस प्रकार यात्रियों को चीन सरकार को 700 डालर की बजाय 750 डालर चुकाने होंगे। चीन सरकार की मंशा किराया 850 डालर करने की थी। गत दिवस भारत एवं चीन के प्रतिनिधिमंडल की दिल्ली में हुई वार्ता एवं भारत द्वारा यात्रा के दौरान चीन में भारतीयों को खान- पान और शौचालय संबंधी समस्याओं की पैरवी करने के बाद चीन को 750 डालर प्रति यात्री किराया रखने पर सहमत होना पड़ा। केएमवीएन के मंडलीय प्रबंधक-पर्यटन डीके शर्मा ने बताया कि चीन के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने यात्रा के दौरान भारतीय यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने का भी वादा किया है।

यात्रा के लिए चुने गए 960 लोग
नैनीताल। महंगाई, किराया, पैदल यात्रा की दूरी और यात्रा अवधि बढ़ने के बावजूद भोले के धाम के लिए श्रद्धालुओं का उत्साह बढ़ता ही जा रहा है। इस वर्ष यात्रा के लिए करीब 2300 लोगों ने आवेदन किया था। छंटनी में इनमें से 1778 आवेदन सही पाए गए। बुधवार को नई दिल्ली में विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने इनमें से 960 आवेदनों को 'रेंडम' तरीके से चुनकर उन भाग्यशालियों की सूची में शामिल कर लिया है, जिन्हें इस वर्ष यात्रा पर जाने का मौका मिलेगा। केएमवीएन के मंडलीय प्रबंधक-पर्यटन डीके शर्मा ने बुधवार को 'राष्ट्रीय सहारा' को बताया कि आज ही दिल्ली में साउथ ब्लॉक स्थित विदेश विभाग के कार्यालय में विदेश मंत्री श्री कृष्णा ने कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाने वाले 960 भाग्यशाली श्रद्धालुओं का चयन किया। यात्री एक जून से प्रारंभ हो रही यात्रा के 16 दलों में शामिल होंगे। इनके अतिरिक्त प्रति दल 45 श्रद्धालुओं को प्रतीक्षा सूची में रखा गया है। साथ ही तय हो गया है कि यात्रा के प्रत्येक दल में 60 यात्री शामिल होंगे। पहला दल एक जून को अल्मोड़ा पहुंच जाएगा। अगले दिन यह दल धारचूला होते हुए पांगू में रात्रि विश्राम करेगा। आगे 13 किमी की पैदल यात्रा कर अगले दिन नारायण आश्रम होते हुए सिरखा, सिरखा से 14 किमी पैदल चलकर गाला, गाला से 21 किमी चल कर बूंदी, बूंदी से नौ किमी चलकर कालापानी, पुन: अगले दिन नौ किमी चलकर नाभीढांग, फिर नौ किमी चलकर लिपुपास तथा अगले दिन तीन किमी चलकर चीन सीमा में प्रवेश करेगा। निगम के प्रबंध निदेशक चंद्रेश कुमार एवं अध्यक्ष सुरेंद्र जीना ने निगम को यात्रा के लिए पूरी तरह तैयार व यात्रियों को बेहतरीन सुविधाएं देने के लिए संकल्पबद्ध बताया है। बताया कि नए शिविर सिरखा में युद्धस्तर से तैयारियां की जा रही हैं।

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